जीएसटी रिवर्स चार्ज तंत्र को समझना
जीएसटी में, रिवर्स चार्ज मैकेनिज्म (आरसीएम) एक विशिष्ट विशेषता है जहां कर का भुगतान करने का दायित्व आपूर्तिकर्ता के बजाय सामान या सेवाओं के प्राप्तकर्ता पर होता है। आइए विशेष बातों पर गौर करें:
रिवर्स चार्ज की परिभाषा:
रिवर्स चार्ज एक ऐसा तंत्र है जहां प्राप्तकर्ता आपूर्तिकर्ता के बजाय सीधे सरकार को कर का भुगतान करता है।
प्रयोज्यता:
आरसीएम मुख्य रूप से सरकार द्वारा अधिसूचित विशिष्ट वस्तुओं और सेवाओं पर लागू होता है।
यह अक्सर अपंजीकृत डीलरों के साथ लेनदेन पर लागू होता है।
प्राप्तकर्ता की जिम्मेदारी:
प्राप्तकर्ता को कर की गणना करनी होगी और सरकार को भुगतान करना होगा।
यह सामान्य नियम से एक बदलाव है जहां आपूर्तिकर्ता कर एकत्र करने और जमा करने के लिए जिम्मेदार है।
कवर की गई वस्तुएँ और सेवाएँ:
एक अपंजीकृत व्यापारी से एक पंजीकृत व्यापारी को सेवाएँ।
जीएसटी कानून में सूचीबद्ध निर्दिष्ट वस्तुएं और सेवाएं।
इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी):
आरसीएम के तहत कर का भुगतान करने वाले प्राप्तकर्ता इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा कर सकते हैं।
इससे अतिरिक्त कर बोझ को कम करने में मदद मिलती है।
कानूनी अनुपालन:
प्राप्तकर्ता को दस्तावेज़ीकरण और रिटर्न दाखिल करने सहित सभी कानूनी औपचारिकताओं का पालन करना आवश्यक है।